मनिलाः भारतीय शटलर पीवी सिंधु को शनिवार को यहां बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप 2022 में खिताब जीतने का सपना टूट गया। महिला एकल सेमीफाइनल में मौजूदा विश्व चैंपियन जापान की अकाने यामागुची से हारने के बाद सिंधु को कांस्य पदक से संतुष्ट करना पड़ा। पूर्व विश्व चैंपियन 26 वर्षीय सिंधु महाद्वीपीय स्पर्धा में अपने दूसरे कांस्य पदक के लिए एक घंटे छह मिनट तक चले मैच में विश्व नंबर 2 यामागुची 21-13, 19-21, 21-16 से हार गईं। सिंधु का पहला एशियाई चैंपियनशिप पदक 2014 में आया था, जब वह सेमीफाइनल में दुनिया की पूर्व नंबर 1 चीन की वांग शिजियान से हार गई थीं।
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वर्ल्ड नंबर 7 ने एक और अच्छी शुरुआत की और शुरू के एक्सचेंजों में अपने जापानी प्रतिद्वंद्वी पर हावी रही। शानदार प्रदर्शन करते हुए सिंधु ने पहले गेम को बिना किसी चुनौती के जीत लिया। दूसरे गेम में यामागुची की ओर से बहुत अधिक आक्रामक रवैया देखा गया, जिसने पहले पांच में से चार अंक जीते। सिंधु ने हालांकि अपनी लय हासिल की और अगले छह अंक हासिल किए। भारतीय शटलर ब्रेक के समय 4-1 से पिछड़कर 11-6 से आगे हो गया। लेकिन, ब्रेक के बाद के अंतराल में भारतीय शटलर की गति टूट गई और यामागुची ने दूसरा गेम अपने नाम कर लिया।
तीसरे गेम में जापानी शटलर ने सिंधु के खिलाफ चतुराई से खेलना शुरू किया। खेल आगे बढ़ने के साथ दोनों शटलर लंबी रैलियों में लगे रहे। हालांकि, यामागुची ने रविवार के फाइनल में जगह बनाने के लिए खुद को शांत रखते हुए शानदार खेल दिखाया। 22 मुकाबलों में सिंधु की अपने उच्च रैंकिंग वाली प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ यह नौवीं हार थी। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता भारतीय शटलर ने पिछले साल के बीडब्ल्यूएफ वल्र्ड टूर फाइनल और टोक्यो ओलंपिक क्वार्टर फाइनल में यामागुची को हराया था। सिंधु की हार ने बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप में भारत की चुनौती को समाप्त कर दिया, क्योंकि अन्य शीर्ष भारतीय शटलर साइना नेहवाल, किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन पहले दौर से बाहर हो गए थे।
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