Ayodhya Deepotsav 2023, अयोध्याः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के नेतृत्व में रामनगरी अयोध्या में मनाए जाने वाले दीपोत्सव में एक बार फिर विश्व रिकॉर्ड बनाने रिकॉर्ड बनाने जा रही है। राम की नगरी अयोध्या में आज यानी 11 नवंबर को दीपोत्सव के मौके पर करीब 25 लाख दीपक जलाकर एक रिकॉर्ड बनाया जाएगा। इस दौरान अकेले राम की पैड़ी के 51 घाटों पर 21 लाख दीपक जलाए जाएंगे।
बता दें कि दीपोत्सव का मुख्य कार्यक्रम राम की पैड़ी पर होगा जिसमें राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ और उनकी कैबिनेट के कुछ मंत्री शामिल होंगे। सूर्यास्त के बाद राम की पैड़ी परिसर में 21 लाख दीपक जलाए जाएंगे। जबकि अयोध्या के बाकी मठ-मंदिरों और अन्य स्थानों को मिलाकर करीब 25 लाख दीपक जलाए जाएंगे। 2017 से दीपोत्सव हर साल एक नया रिकॉर्ड बना रहा है। दरअसल यूपी में योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद यह सातवां दीपोत्सव है।
जलधारा में भव्य लेजर शो बना आकर्षण का केंद्र
दीपोत्सव के दौरान सरयू की जलधारा में भव्य लेजर शो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, जिसकी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। सरयू नदी के तट पर एक भव्य आयोजन है, जहां इस लेजर लाइट कार्यक्रम की तैयारी की जा रही है। सरयू नदी के तटों को भी बेहद खूबसूरती से सजाया गया है। सरयू नदी से सटे पुल पर रोशनी की खूबसूरत माला भी बनाई गई है।
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लेकिन इस बार का रोशनी का त्योहार कई मायनों में खास है। दीपोत्सव में विदेशी कलाकारों की भी रामलीला होगी जिसमें रूस, श्रीलंका, सिंगापुर और नेपाल के कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे। इतना ही नहीं देश के 21 राज्यों की रामलीला और रामायण परंपरा पर आधारित लोक प्रस्तुतियां भी आयोजित की जाएंगी। इसके लिए करीब ढाई हजार कलाकार अयोध्या पहुंच चुके हैं।
इसलिए मनाया जाता है दीपोत्सव
गौरतलब है कि अयोध्या दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) का कार्यक्रम अब पूरी दुनिया में अपनी भव्यता के लिए पहचाना जा रहा है। ऐसे में समारोह की गरिमा का पूरा ख्याल रखना जरूरी है। सभी तैयारियां समय पर पूरी करने का प्रयास किया जा रहा है। बता दें कि दीपोत्सव सनातन परंपरा का अभिन्न अंग है। यह मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री राम, माता सीता और भाई लक्ष्मण की 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या वापसी की पवित्र स्मृति है।
अयोध्या दीपोत्सव में भगवान श्री राम की अयोध्या वापसी, भरत मिलाप, श्री राम का राज्याभिषेक आदि घटनाओं का प्रतीकात्मक चित्रण भी होगा। सरयू मैया की आरती भी की जाएगी। इतना ही नहीं, चार देशों और 24 राज्यों की रामलीलाओं का मंचन इस पल को प्रफुल्लित कर देगा। इस आयोजन पर पूरी दुनिया की नजर है।
सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम
दीपोत्सव की भव्यता देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। मुख्य समारोह के अलावा अयोध्या शहर के सभी धार्मिक स्थलों, मठों और मंदिरों की सजावट भी होगी। ऐसे में यहां न सिर्फ भगवान के भक्त बल्कि विदेशी पर्यटकों का भी जमावड़ा लगेगा। क्षेत्रीय लोगों के आने से यहां भीड़ को नियंत्रित करना और उन्हें अनुशासित रखना भी एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। इसे ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का काम भी शुरू हो गया है।
दीपोत्सव का होगा सीधा प्रसारण
अयोध्या जिले के विभिन्न स्थानों पर समारोह के सजीव प्रसारण की भी व्यवस्था होगी। ताकि अधिक से अधिक लोग दीपोत्सव में शामिल हो सकें। इस संबंध में स्थलों के चयन और प्रसारण की व्यवस्थाओं को पहले ही अंतिम रूप दिया जा रहा है। राम की पैडी और ऐसे अन्य स्थानों पर ट्रांसमिशन की टेस्टिंग का काम लगातार गति से चल रहा है। सिस्टम से जुड़े लोग और कर्मचारी रात में भी इसका परीक्षण कर रहे हैं।
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