लखनऊः राजधानी के मलिहाबाद थाना क्षेत्र अन्तर्गत रहमानखेड़ा में अल हसन एजुकेशन एंड वेलफेयर फाउंडेशन के स्कूल पर उत्तर प्रदेश एटीएस के अधिकारियों ने औचक छापेमारी की। छापे के दौरान कई तरह के कागजों की पड़ताल की गई। बीते दिनों यूपी एटीएस की गिरफ्त में आए उमर गौतम को रिमांड में लेने के बाद की गयी पूछताछ में उसके लंदन और अन्य देशों में आने जाने की जानकारी मिली थी। इस दौरान हुई विदेशी फंडिंग की जांच के बारे में एटीएस अधिकारियों की एक टीम फाउंडेशन के स्कूल गयी और जांच पड़ताल शुरू किया।
सीबीएसई बोर्ड के इस हाईस्कूल स्तर तक के स्कूल में पहुंचने पर एटीएस अधिकारियों ने सर्वप्रथम कार्यालय की अलमारियों में रखे फाइलों और कंप्यूटर सिस्टम को अपने कब्जे में लिया। साथ ही वहां मौजूद लोगों से पूछताछ की गई। यूपी एटीएस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि दसवीं तक चलने वाला यह स्कूल 500 बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दे रहा है। इस स्कूल को नौ हजार स्क्वायर फीट जमीन पर बनाया गया है। इस स्कूल को अल हसन एजुकेशन एंड वेलफेयर फाउंडेशन से संचालित किया जा रहा है और जिसके खाते में भारत के अतिरिक्त अन्य देशों से धनराशि भेजी गई है।
यह भी पढ़ेंःलालू यादव ने कसा तंज, कहाः पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि बिहार का विशेष पैकेजलखनऊ की तरह ही हरदोई जिले के रसूलपुर में भी अल हसन फाउंडेशन के पदाधिकारियों का एक बालिका स्कूल है। इस बालिका स्कूल की देखरेख और खर्चों को फाउंडेशन के खाते से ही देखा जाता है। बता दें कि उमर गौतम और उसके साथी को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया था। उसके बाद उमर से पूछताछ में उसके अल हसन एजुकेशन एंड वेलफेयर फाउंडेशन में उपाध्यक्ष होने की जानकारी की पुष्टि हुई थी। इस संस्था के अध्यक्ष इकबाल अहमद नदवी है।