
दिसपुर: कामरूप जिला के बरखेत्री विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कई गांव इन दिनों बाढ़ (flood) की चपेट में है। बाढ़ की वजह से सबसे अधिक परेशानी स्थानीय किसानों को उठानी पड़ रहा है। पका हुआ धान बाढ़ के पानी में डूब गया है। जिसके चलते किसान बेहद मायूस हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नदी के किनारे हो रहे तटकटाव की वजह से काफी लोगों की जमीन नदी में समा गयी है। वहीं इलाके में आई बाढ़ (flood) की वजह से धान खेती पूरी तरह से बर्बाद हो गयी है।
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जिला के मैदानी इलाका भंगनामारी पुलिस थाना के मध्य कामरूप मिलन माध्यमिक विद्यालय, 30 बिस्तर वाला सामूहिक चिकित्सा केंद्र सहित कई प्राथमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, साप्ताहिक बाजार बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। वहीं किसान अध पके धान को बाढ़ (flood) के पानी में बर्बाद होते देख काटकर नाव के जरिए अपने घर ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। हजारों एकड़ जमीन किसानों द्वारा की गई फसल बाढ़ (flood) की वजह से बर्बाद हो गयी है। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से हर संभव मदद पहुंचाए जाने की गुहार लगाई।
पानी में घुसकर अध पके धान को काट रहे किसान

लगातार हो रही बरसात के चलते राज्य के 27 से अधिक जिले बाढ़ (flood) की चपेट में आ गये हैं। बाढ़ से ग्रामीण जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। कामरूप जिला के कई गांव पूरी तरह बाढ़ में डूब गया है। कामरूप जिला के नगरबेरा राजस्व चक्र कार्यालय अंतर्गत रंगेश्वरी, मंदिरा, मंदिर एनसी, जाउकाटा, काटाखाल, जामलाई, बदला पथार, रंगापानी, रंगेश्वर पाम आदि इलाका पूरी तरह बाढ़ (flood) में डूब गये हैं। इलाके में आई बाढ़ की वजह से किसानों की हजारों एकड़ धान की खेती बर्बाद हो गयी है।
किसान कमरभर पानी में घुसकर धान को काटने में जुटे हुए हैं। धान की फसल अभी पूरी तरह से पकी नहीं है, बावजूद किसान नाव के सहारे उसे काटने में जुटे हुए हैं। इलाके में आई बाढ़ (flood) की वजह से स्थानीय किसानों को काफी नुकसान हुआ है। किसानों ने जिला प्रशासन से हर संभव मदद पहुंचाये जाने की गुहार लगाई है।
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