जम्मू: सेना ने 1999 की गर्मियों में कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों द्वारा किए गए बलिदान का सम्मान करने के लिए जिला राजौरी के पाल्मा में गुरूवार को ‘कारगिल विजय दिवस’ मनाया। यह आयोजन हर साल कारगिल में पाकिस्तानी घुसपैठियों पर भारतीय सेना की जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
इस वर्ष 22वें कारगिल विजय दिवस के अवसर पर ऐस ऑफ स्पेड्स डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल राजीव पुरी द्वारा आज राजौरी से कारगिल तक एक जावा मोटरसाइकिल रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया गया। रैली पुराने मुगल रूट पर चलेगी और द्रास में आगे बढ़ने के लिए श्रीनगर में उधमपुर और लेह से शुरू होने वाली अन्य मोटरसाइकिल रैलियों के साथ मिल जाएगी। यह पूरे जम्मू-कश्मीर राज्य को कवर करेगी। यह मोटरसाइकिल रैली राज्य में राष्ट्रीय अखंडता और सुरक्षा का उपयुक्त उत्सव है।
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व्हाइट नाइट कोर के 15 सवारों की टीम सुंदरबनी से द्रास तक की अपनी यात्रा में लगभग 400 किलोमीटर की कुल दूरी को कवर करते हुए 15,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर दुर्गम दर्रों को पार करेगी और कारगिल युद्ध स्मारक में रैली का समापन करेगी। यात्रा के दौरान राइडर्स कारगिल युद्ध के पूर्व सैनिकों और वीर नारियों के साथ बातचीत करेंगे। राजौरी और पुंछ क्षेत्र के पांच युद्ध पूर्व सैनिकों से आज बातचीत की गई, जिन्होंने इसका बहुत गर्व और सम्मान के साथ स्वागत किया। राइडर्स द्रास स्थित कारगिल युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि भी देंगे।