Anantnag Encounter: जम्मू-कश्मीर में अनंतनाग के कोकरनाग जंगल में छिपे आतंकियों को ढेर करने के लिए सुरक्षा बलों ने बड़ा हमला किया है। पहाड़ी पर घने पेड़ों के पीछे छिपी प्राकृतिक गुफा में आतंकियों और उनके ठिकानों पर रॉकेट लॉन्चर और हेक्साकॉप्टर ड्रोन से बम बरसाए जा रहे हैं। इस दौरान आतंकियों पर नजर रखने के लिए हेलीकॉप्टरों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। शनिवार को अनंतनाग मुठभेड़ का चौथा दिन है।
ड्रोन से की जा रही है बमबारी
इसी बीच एक वीडियो क्लिपिंग सामने आई है। इस पर ड्रोन से बमबारी की जा रही है। कुछ डरे हुए आतंकी ठिकाने से भागते नजर आ रहे हैं। फायरिंग की आवाज भी सुनी जा सकती है। सुरक्षा बलों ने पहाड़ी के पीछे की बस्ती को भी घेर लिया है। इसका मकसद आतंकियों को कॉलोनी में घुसने से रोकना है। साथ ही कॉलोनी के आसपास हर वाहन को रोककर जांच की जा रही है। सुरक्षा बलों ने डॉग स्क्वायड की मदद से बस्ती में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। सुरक्षा बलों के घेरे में फंसे आतंकियों की संख्या दो से तीन बताई जा रही है। इस पहाड़ी के चारों ओर घने पेड़ और झाड़ियाँ हैं। पहाड़ी पर मौजूद प्राकृतिक गुफाएं आतंकियों के लिए बंकर का काम कर रही हैं।
ये भी पढ़ें..बदहाल पाकिस्तान की एयरलाइंस भी हुई कंगाल, ईंधन खरीदने के पड़े लाले, कई विमानों का संचालन ठप
2020 के बाद से घाटी में सबसे भयानक मुठभेड़
चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, विक्टर फोर्स कमांडर मेजर जनरल बलवीर सिंह और जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह मौके पर हैं और ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। यह मुठभेड़ 2020 के बाद से कश्मीर में सबसे भयानक मुठभेड़ है। यह सबसे लंबी मुठभेड़ है। बुधवार सुबह शुरू हुई अनंतनाग मुठभेड़ (Anantnag Encounter) में अब तक सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढौंचक, जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी मुजम्मिल हुमायूं और एक जवान ने सर्वोच्च बलिदान दिया है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)