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Gujarat: अमित शाह ने हनुमान जी की 54 फीट ऊंची प्रतिमा का किया अनावरण, 7 KM दूर से ही हो सकेंगे दर्शन

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lord-hanuman-statue-gujarat नई दिल्लीः गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को हनुमान जयंती के अवसर पर गुजरात के बोटाड जिले के सारंगपुर मंदिर में भगवान हनुमान (Lord Hanuman ) की 54 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। पंचधातु से बनी 30 हजार किलो वजन की इस मूर्ति को 7 किमी की दूरी से देखा जा सकता है। इसके अलावा अमित शाह ने सलंगपुर हनुमान मंदिर में 55 करोड़ रुपये की लागत से बना श्री कष्टभंजनदेव भोजनालय का उद्घाटन किया। यह भोजनालय 7 एकड़ में बनाया गया है। ये भी पढ़ें..KKR vs RCB IPL 2023: ईडन गार्डन्‍स में शार्दुल ठाकुर ने बल्‍ले से मचाई तबाही, RCB को 81 रन से मिली हार गृहमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि पंचधातु से बनी भव्य प्रतिमा भारतीय मूर्तिकला और शिल्प कौशल का अद्भुत उदाहरण है। आने वाले दिनों में यह प्रतिमा यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए श्रद्धा का केंद्र बनेगी। शाह ने ट्वीट किया, आज केसरीनंदन के भव्य मंदिरों में से एक सारंगपुर धाम (गुजरात) में महाराजाधिराज हनुमान जी के दर्शन किए और विश्व प्रसिद्ध श्री कष्ठभंजनदेव मंदिर में पूजा-अर्चना की। बजरंगबली जी के कष्टभंजन स्वरूप में भक्तों की अटूट आस्था है। सबके कल्याण के लिए भगवान की आराधना की। lord-hanuman-statue-gujarat शाह ने गुरुवार को सारंगपुर में 55 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित श्री कष्टभंजनदेव भोजनालय का भी उद्घाटन किया। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, "25 तीर्थस्थलों से मिट्टी के खपरैलों से बनी इस हाईटेक रसोई में एक घंटे में 20 हजार से अधिक लोगों का भोजन तैयार होगा। श्री कष्टभंजन मंदिर का यह एक महत्वपूर्ण जनसेवा प्रयास है।" 7 किमी दूर से हो सकेंगे हनुमान जी के दर्शन बता दें कि अहमदाबाद से करीब 150 किलोमीटर दूर सलंगपुर हनुमान मंदिर परिसर में यह प्रतिमा (Lord Hanuman ) बनी हुई है। पंचधातु से बनी 30 हजार किलो वजन की इस मूर्ति को 7 किमी की दूरी से देखा जा सकता है। इस प्रतिमा को बनाने में करीब छह करोड़ रुपये लगात आई है। दरअसल कष्टभंजन हनुमान मंदिर की स्थापना विक्रम संवत 1905 में हुई थी। इसका निर्माण सद्गुरु गोपालानंद स्वामी ने करवाया था। गुजरात के बोटाद जिले के सलंगपुर में बने कष्टभंजन हनुमान को यहां हनुमान दादा के नाम से पुकारा जाता है।  मंदिर में आने से शनिदेन के प्रकोप से मिलती है मुक्ति मान्यता है कि इस मंदिर में आने से लोगों को शनिदेव के प्रकोप से मुक्ति मिलती है। कहा जाता है कि बहुत पहले ऐसा समय था जब लोग शनिदेव का प्रकोप झेल रहे थे तब भक्तों ने हनुमान जी की आराधना की थी। जिसके बाद हनुमानजी ने लोगों को शनिदेव के प्रकोप से मुक्त कराया था। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)