इम्फालः हिंसा की आग में जल रहे मणिपुर (Manipur Violence) को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह तथा प्रदेश के मंत्रियों, वरिष्ठ नेता और अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान अमित शाह ने राज्य में हिंसा की स्थिति का आकलन और उसे सामान्य करने के तरीकों पर विचार बात की।
मणिपुर के अपने चार दिवसीय दौरे के पहले दिन सोमवार को अमित शाह की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और इंटेलिजेंस ब्यूरो के प्रमुख तपन डेका के अलावा शामिल हुए। केंद्र और राज्य के कई अन्य अधिकारी। गृह मंत्री अमित शाह ने ताजा हिंसा की घटनाओं से राज्य में हालात को पटरी पर लाने के इरादे से यह बैठक की। इस बैठक का मकसद राज्य में स्थिति का आकलन करना और सामान्य स्थिति बहाल करने की योजना पर काम करना है। दरअसल, अमित शाह एक जून तक मणिपुर में हैं, इस दौरान वह कई दौर की सुरक्षा बैठकों की अध्यक्षता करेंगे।
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गौरतलब है कि गृह मंत्री अमित शाह का यह बयान मणिपुर (Manipur Violence) में एक पुलिस अधिकारी सहित पांच लोगों की हत्या, एक भाजपा विधायक के घर में तोड़फोड़ और मणिपुर राइफल्स और आईआरबी के शस्त्रागार से हथियार और गोला-बारूद लूटे जाने के बाद आया है। ऐसे में गृह मंत्री के आगमन को लेकर राज्य में सुरक्षा स्थिति मजबूत करने के मद्देनजर पिछले 48 घंटों में सुरक्षाबलों ने 30 से अधिक संदिग्ध कुकी उग्रवादियों को मार गिराया है।
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