नई दिल्लीः अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस पर जमकर निशाना साधा। अमेरिका ने रूस पर परमाणु हथियारों की गैर जिम्मेदार तरीके से धमकी देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मास्को ने यूक्रेन पर हमला करके संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन किया है। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए बाइडेन ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बिना कारण यूक्रेन पर हमला कर पूरे विश्व को बिना कारण खतरे में डाल दिया है।
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बाइडन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के 40 सदस्य रूस के खिलाफ यूक्रेन को धन और हथियारों के माध्यम से लड़ने में मदद कर रहे हैं। इससे पहले बुधवार को पुतिन ने यूक्रेन में लड़ने के लिए रूस के नागरिकों को लामबंद होने का आदेश दिया और परमाणु हथियारों का उपयोग करने के लिए धमकी दी। बाइडेन ने कहा कि आज फिर से राष्ट्रपति पुतिन ने अप्रसार शासन की जिम्मेदारियों के लिए लापरवाह अवहेलना करते हुए यूरोप के खिलाफ खुले तौर पर परमाणु धमकी दी है।
जो बाइडन ने कहा कि रूस ने बेशर्म तरीके से यूएन चार्टर के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन किया है। अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा कि रूसी सैन्य बलों ने यूक्रेन के स्कूलों, रेलवे स्टेशनों और अस्पतालों पर हमला किया. मॉस्को का उद्देश्य एक राष्ट्र के तौर पर यूक्रेन को तबाह करना है।
वहीं जो बाइडेन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाने पर विशेष ज़ोर देने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि अगर संयुक्त राष्ट्र को प्रभावी बनाना है कि स्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाना ही होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के इस बयान के बाद अब भारत के स्थायी सदस्य बनने की उम्मीद ज्यादा बढ़ गई है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) के नए स्थायी सदस्य बनने की रेस में भारत सबसे आगे है।
रूस ने दी न्यूक्लियर वॉर की धमकी
दरअसल अमेरिका इसलिए तिलमिलाया हुआ है, क्योंकि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कई बार न्यूक्लियर वॉर की धमकी दी है और बताया है कि रूस जरूरत पड़ने पर एटमी वॉर करने से पीछे नहीं हटेगा। रुस ने यूक्रेन में अब तीन लाख रिजर्व सैनिकों को तैनात किये जाने का भी ऐलान किया है। पुतिन ने बुधवार को ही अमेरिका समेत पश्चिमी देशों को धमकी देते हुए ऐलान किया कि कोई भी न्यूक्लियर अटैक की चेतावनी को हल्के में ना लें। रूस ने यह भी कहा है कि एटमी चेतावनी कोई ड्रामा नहीं है और रूस जरूरत के वक्त एटमी हमला कर सकता है। खास बात ये है कि इस बार रुस ने यह धमकी यूक्रेन ही नहीं अमेरिका जैसे बड़े देशों को भी दी है। यही कारण है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन लगातार रूप पर निशाना साध रहे है।
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