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अलवर मॉब लिंचिंग मामला, 7 आरोपी गिरफ्तार, ठेले वाले को चोर बताकर भीड़ ने की थी हत्या

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अलवरः राजस्थान के अलवर जिले में गोविंदगढ़ कस्बे में हुए मॉब लिंचिंग (mob lynching) (भीड द्वारा हमला) मामले में लोगों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार लिया है। शेष आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस ने आरोपितों द्वारा इस्तेमाल स्कॉर्पियो कार भी बरामद की है। एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि आरोपितों में उलाहेड़ी निवासी सायबू, विक्रम खान, असद खान, पोला खान और तालिम, कासम, साहुन आदि को गिरफ्तार किया गया है। मृतक के परिवार ने विक्रम खान और उसके 15-20 साथियों पर लिंचिंग का आरोप लगाया है। फिलहाल आरोपितों से पूछताछ जारी है।

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घायल की मौत के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश था। आक्रोशित लोगों ने मंगलवार सुबह रामगढ़-गोविंदगढ़ मार्ग पर जाम लगा दिया। जाम सुबह से दोपहर तक रहा। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी ग्रामीणों व परिजनों को समझाइश कर जाम खुलाने की कोशिश करते रहे लेकिन नाकाम रहे। दोपहर बाद ग्रामीणों मॉबलिंचिंग की धाराओं में मामला दर्ज करने, पांच लाख का मुआवजा, परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने व जल्द सभी आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर सहमति बनने के बाद जाम खोला गया व मृतक के शव का अंतिम संस्कार किया गया।

यह था मामला

अलवर जिले के गोविन्दगढ़ कस्बे के निकटवर्ती रामबास में एक व्यक्ति चिरंजी सोमवार सुबह शौच के लिए खेत में गया था। उसी दौरान अलवर के सदर थाना क्षेत्र से चोर एक ट्रैक्टर को चोरी करके भाग रहे थे। पीछे से ट्रैक्टर मालिक व अन्य लोग चोरों का पीछा कर रहे थे । चोरों ने अपने आप को ट्रैक्टर मालिकों से घिरा देख ट्रैक्टर को बिजली घर के पास एक खेत में खड़ा किया और भाग खड़े गए। इतने में ही ट्रैक्टर मालिक व अन्य लोग आ गए और खेत में चिरंजी को चोर समझकर बुरी तरह पीट ( mob lynching) दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

सूचना पर मौके पर पहुंची गोविंदगढ़ पुलिस ने घायल को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से चिकित्सकों ने उसे प्राथमिक उपचार देकर गंभीर घायल होने के कारण अलवर और अलवर से जयपुर रेफर कर दिया। इलाज के दौरान चिरंजी ने दोपहर करीब 3 बजे दम तोड़ दिया। सोमवार देर रात मृतक का शव लेकर परिजन गांव पहुंचे। इसके बाद से तनाव के हालात बने हुए थे। जिस कारण पुलिस व प्रशासन के अधिकारी व पुलिस फ़ोर्स मौके पर तैनात रही।

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