लखनऊ: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा का साइकिल से बिजली घरों के निरीक्षण और बकायेदारों के वहां दस्तक देकर बिजली बिल जमा करने के प्रति जागरूक करने का सिलसिला जारी है। उन्होंने कहा कि लोग अपने मोबाइल का बिल समय पर जमा करते हैं और मोबाइल बिजली से ही चार्ज होता है। ऐसे में बिजली का बिल भी नियमित रूप से जमा करें, ताकि सभी निर्बाध बिजली उपलब्ध होती रहे।
ऊर्जा मंत्री ने गुरुवार को कहा कि बिजली का बिल अगर समय पर देंगे तो हमलोग सस्ती बिजली उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराएंगे। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लगभग 90,000 करोड़ के घाटे में है। शहर के अंदर लगभग 25 से 30 प्रतिशत लोग अपना बिल जमा नहीं कर रहे हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 75 फीसदी आबादी धनराशि नहीं जमा कर रही है। इसलिए हम सब से अपील कर रहे हैं कि सस्ती और निर्बाध बिजली के लिए जो उनके हिस्से का बिल है वह समय पर जमा करें।
यह भी पढ़ें-पाकिस्तान सरकार ने अपने हाथ में लिया करतारपुर गुरुद्वारा का नियंत्रणऊर्जा मंत्री ने कहा कि सस्ती और चौबीस घंटे निर्बाध बिजली देने के लिये एटीऐण्डसी लॉस 15 प्रतिशत के नीचे आना जरूरी है। इसके लिये सही बिल-समय पर बिल जारी करने के निर्देश दिये गये हैं और उपभोक्ताओं के दरवाजे पर दस्तक देकर बिल जमा करने की अपील की जा रही है। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में अंधेरा नहीं उजाले का समय है। सूर्य अस्त से लेकर सूर्य उदय तक पूरे प्रदेश में उजाला रहता है और यह उजाला हमेशा बना रहे इसके लिए हम सभी उपभोक्ताओं का सहयोग चाहते हैं। सभी लोग सहयोग करेंगे तो लंबे समय तक यह व्यवस्था जारी रहेगी। इसमें हम और सुधार करेंगे। बिना व्यवधान के लोगों को बिजली मिले, कोई ट्रिपिंग ना हो, इसके लिए लगातार काम किया जा रहा है। जहां जर्जर तार हो वहां बदलने का काम कर रहे हैं। लखनऊ शहर में ही कितने पुराने खंभे और पुराने तार बदले जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें-आगरा में मजार को भगवा रंग में रंगने वाले दो लोग गिरफ्तारऊर्जा मंत्री ने कहा कि वह लगातार दौरा कर रहे हैं। इसलिए प्रयास है कि सब लोग अपने हिस्से का बिल जमा करें। मोबाइल का बिल सभी लोग समय पर जमा करते हैं, जबकि मोबाइल बिजली से ही चार्ज होता है। इसलिए बिजली का बिल भी समय पर जमा करें। इसमें अगर सब लोग सहयोग करेंगे तो सरकार की जो मंशा है सस्ती और निर्बाध बिजली, वह लक्ष्य पूरा होगा। उन्होंने कहा कि इसके मद्देनजर हम लोग मुहिम चला रहे हैं। हमारे सभी इंजीनियर उपभोक्ताओं के दरवाजे पर दस्तक दें।
उन्होंने बकायेदारों के बिजली कनेक्शन काटे जाने को लेकर कहा कि डिस्कनेक्शन कोई स्थायी समाधान नहीं है। हमारा काम है लोगों को 'कनेक्ट' करना है। 'डिस्कनेक्शन' शब्द हमारे वहां है ही नहीं। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हम उपभोक्ताओं से अपील करते हैं कि डिस्कनेक्शन करने की नौबत ना आए इसलिए मैं स्वयं उपभोक्ताओं के यहां जा रहा हूं, दरवाजा खटखटा रहा हूं।