Agniveer Amritpal Singh Suicide- नई दिल्लीः पंजाब के दिवंगत सेना के अग्निवीर अमृतपाल सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर नहीं मिलने पर विवाद मचा हुआ है। जहां विपक्ष ने सरकार और अग्निवीर योजना पर कई सवाल उठाए। वहीं अब इस मामले पर सेना ने सफाई दी और कहा कि जवान ने आत्महत्या की है। इसलिए नियमानुसार ऐसे मामलों में मृतक को सैन्य सम्मान नहीं दिया जाता है।
संतरी ड्यूटी के दौरान अमृतपाल ने की थी आत्महत्या
भारतीय सेना ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि अग्निवीर अमृतपाल सिंह की 11 अक्टूबर को पुंछ सेक्टर में संतरी ड्यूटी के दौरान आत्महत्या से मृत्यु हो गई और ऐसे मामलों में सैन्य अंत्येष्टि सही नहीं है। यह बयान अग्निवीर भर्ती को 'गार्ड ऑफ ऑनर' न दिए जाने पर बड़े राजनीतिक विवाद के बाद आया है। इसमें कहा गया है कि हर साल लगभग 100 से 140 सैनिक आत्महत्या या खुद को लगी चोटों के कारण अपनी जान गंवा देते हैं, ऐसे मामलों में सैन्य अंत्येष्टि की अनुमति नहीं है। ये भी पढ़ें..‘उत्तम’ और ‘अंगद’ से लैस होंगे वायु सेना के लड़ाकू विमान, बढ़ेगी भारत की ताकत बयान में कहा गया है, "आत्महत्या या खुद को लगी चोट के कारण मौत की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को सशस्त्र बलों द्वारा परिवार के प्रति गहरी और स्थायी सहानुभूति और उचित सम्मान के साथ माना जाता है। लेकिन ऐसे मामले सैन्य अंतिम संस्कार के लायक नहीं हैं।" 1967 के मौजूदा सेना आदेशों के अनुसार, इस विषय पर बिना किसी भेदभाव के लगातार नीति का पालन किया जा रहा है।ऐसे मामलों में सैन्य अंतिम संस्कार की अनुमति नहीं
आंकड़ों के अनुसार, 2001 के बाद से हर साल औसतन 100-140 सैनिकों की मौत आत्महत्या या खुद को लगी चोटों के कारण होती है, और ऐसे मामलों में सैन्य अंतिम संस्कार की अनुमति नहीं है। हालांकि पात्रता के अनुसार वित्तीय सहायता या राहत के वितरण को उचित प्राथमिकता दी जाती है, जिसमें अंतिम संकार के संचालन के लिए तत्काल वित्तीय राहत भी शामिल है। अग्निवीर अमृतपाल सिंह की मृत्यु दुर्भाग्यपूर्ण है। इसमें कहा गया है कि उनकी मौत से जुड़े तथ्यों को लेकर कुछ गलतफहमी और गलत बयानबाजी हुई है।सेना ने कहा- ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण
दरअसल रविवार को जारी बयान में कहा गया है कि "नुकसान की ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं परिवार और बलों पर भारी पड़ती हैं। ऐसे समय में, दुख की घड़ी में उनके साथ सहानुभूति रखते हुए परिवार के सम्मान, गोपनीयता और प्रतिष्ठा को बनाए रखना समाज के लिए महत्वपूर्ण और अनिवार्य है।"सशस्त्र बल अग्निपथ योजना के कार्यान्वयन से पहले या बाद में शामिल हुए सैनिकों के बीच मिलने वाले लाभों और प्रोटोकॉल के संबंध में कोई अंतर नहीं करते हैं। यह परिवार और भारतीय सेना के लिए एक गंभीर क्षति है कि अग्निवीर अमृतपाल सिंह ने संतरी ड्यूटी के दौरान खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मौजूदा प्रथा के अनुरूप, चिकित्सीय-कानूनी प्रक्रियाओं का संचालन करने के बाद, पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए एस्कॉर्ट पार्टी के साथ सैन्य व्यवस्था के तहत मूल स्थान पर ले जाया गया। सेना ने कहा, ''भारतीय सेना अपने स्थापित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समाज के सभी वर्गों से सहयोग का अनुरोध करती है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)Unfortunate Death of Agniveer Amritpal Singh on 11 Oct 2023.
There has been some misunderstanding and misrepresentation of facts related to unfortunate death of Agniveer Amritpal Singh. Further to the initial information given out by White Knight Corps on 14 Oct 2023,… pic.twitter.com/6rhaOu3hN8 — ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) October 15, 2023