आजमगढ़: यूपी के आजमगढ़ जिले के जहानागंज थाना क्षेत्र में तीन दिन पूर्व अधिवक्ता की संदिग्ध परिस्थियों में मौत से आक्रोशित दीवानी बार के अधिवक्ता शुक्रवार को न्यायालय के कार्यों का बहिष्कार कर सड़क पर उतर आये।अधिवक्ताओं ने गिरिजाघर चौराहे पर जाम लगाकर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन किया। जाम की सूचना के बाद मौके पर भारी संख्या में पुलिस के साथ पहुंचे अधिकारियों ने अधिवक्ताओं से वार्ता कर जाम को समाप्त कराया।
जहानागंज थाना क्षेत्र के ताड़ी गांव निवासी अधिवक्ता शशि राजभर की बुधवार की शाम को न्यायालय से घर जाते समय रास्ते में दयालपुर गांव के समीप एक निजी स्कूल पास सड़क किनारे संदिग्ध परिस्थियों में मौत हो गयी थी। परिजनों का आरोप था कि चुनावी रंजीश के तहत अधिवक्ता की हत्या कर दी गयी है। इसी को लेकर शुक्रवार को दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता लामबंद होकर न्यायालय के कार्यो को ठप कर दिया और गिरिजा घर चौराहे पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। जाम की सूचना के बाद पुलिस के आला अधिकारी भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और अधिवक्ताओं से वार्ता कर किसी तरह से जाम को समाप्त कराया।
यह भी पढ़ें- मिशन शक्ति: सीएम योगी ने 1,535 थानों में महिला हेल्प डेस्क का किया उद्घाटनअधिवक्ताओं का आरोप है उनके साथी अधिवक्ता की चुनावी रंजीश में हत्या कर दी गयी, लेकिन पुलिस इसे दुघर्टना का रूप देने की कोशिश में जुटी हुई है। अधिवक्ताओं ने मांग किया कि घटना की जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि अधिवक्ता की मौत के मामले में परिजनों द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपार्ट आनी बाकी है। रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जायेगी।