वाराणसीः श्रीकाशी विश्वनाथ धाम परिसर में मंगलवार तड़के अधिग्रहित जर्जर गोयनका छात्रावास का एक हिस्सा अचानक भरभराकर गिर गया। हादसे में नौ मजदूर मलबे में दब गये। आनन-फानन में सभी को कबीरचैरा स्थित मंडलीय अस्पताल पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने दो मजदूरों को मृत घोषित कर दिया। वहीं एक मजदूर की हालत गंभीर बनी हुई है। छह मजदूरों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई। हादसे की जानकारी होते ही प्रशासनिक अफसर भी मौके पर पहुंच गये।
मिली जानकारी के अनुसार काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए ललिता घाट स्थित अधिग्रहित जर्जर गोयनका छात्रावास के नीचे सोमवार की रात मजदूर सो रहे थे। रात में छात्रावास का जर्जर हिस्सा अचानक गिरने से उसके मलबे में नीचे सोये 9 मजदूर दब गए। मकान गिरने की आवाज और मजूदरों की चीख पुकार सुन कॉरिडोर में तैनात सुरक्षा कर्मी वहां पहुंच गये। सुरक्षाकर्मियों ने सभी को मलबे के नीचे से बाहर निकालकर तत्काल मंडलीय अस्पताल पहुंचाया। जहां पश्चिम बंगाल के मालदा जिला निवासी अब्दुल मोमिन(25) और अमीनुल मोमिन(45) को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
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वहीं मामूली रूप से जख्मी इमरान, आरिफ मोमिन, शाहिद अख्तर, सकीउल मोमिन और दो अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। गंभीर रूप से घायल अब्दुल जब्बार नामक मजदूर को अस्पताल में भर्ती कर इलाज चल रहा है। हादसे की जानकारी पर एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य में जुट गई। मौके पर पहुंचे पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ,कमिश्नर दीपक अग्रवाल और अन्य अफसरों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।