भोपाल: मध्यप्रदेश में बीते दो दिनों से बारिश होने का सिलसिला जारी है। लगातार बारिश होने के चलते जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। रविवार को भी सुबह से रिमझिम बारिश का दौर जारी है। नर्मदा समेत सभी नदी-नाले उफान पर हैं और होशंगाबाद, रायसेन, सीहोर और अन्य जिले बाढ़ की चपेट में आ गए। हालांकि, जिला प्रशासन की टीमें एनडीआरएफ और होमगार्ड के जवान राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं और सेना की मदद भी ला जा रही है। अब तक लगभग 8000 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। इस बीच सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को राज्य की बाढ़ की स्थिति के संबंध में पीएम नरेंद्र मोदी से बातचीत की और उन्हें स्थिति की जानकारी दी। सीएम ने यह जानकारी स्वयं ट्वीट से माध्यम से दी।
सीएम ने ट्वीट कर प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए कहा है कि - ‘मेरे प्रदेश के भाई-बहनों, पूरा प्रशासन और मैं स्वयं पूरी रात राहत एवं बचाव में लगे रहे। यह बताते हुए खुशी है कि बाढ़ प्रभावित 12 जिलों के 411 गांवों में हमने एक भी जान का नुकसान नहीं होने दिया। आठ हजार लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।’ उन्होंने कहा है कि मैंने आज प्रात: काल माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से चर्चा कर पूरी स्थिति की जानकारी दी है। उनका स्नेहपूर्ण समर्थन, सहयोग और आशीर्वाद मिल रहा है। रात को मैंने सेना के 5 हेलिकॉप्टर मांगे थे, तीन टेकऑफ कर चुके हैं और 2 और की तैयारी है। इससे बचाव कार्य में तेजी आयेगी।’
https://twitter.com/ChouhanShivraj/status/1299916922385915904मुख्यमंत्री ने कहा कि- ‘सीहोर जिले के सोमालवाड़ा से फंसे सभी भाई-बहनों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। एयरलिफ्ट करने का ऑपरेशन रायसेन के भौंती गांव से प्रारम्भ होने वाला है। रायसेन के विभिन्न क्षेत्रों में फंसे हुए लोग परेशान ना हो। आर्मी के दो कॉलम भी भेजे रहे हैं। हम सभी को सुरक्षित निकाल लेंगे।’
यह भी पढ़ें- इंदौर में कोरोना का कहर जारी, सामने आए 265 नये मामले, 389 की हो चुकी है मौतमध्यप्रदेश में भारी बारिश वाले इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य जोर-शोर से जारी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम शनिवार को देर रात भी होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन, बालाघाट और अन्य बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य में लगे रहे। बता दें कि राज्य के मध्य, दक्षिण और पूर्वी क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बनी हुयी है। नर्मदा और अन्य नदियां लगातार खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। तटीय गांवों और कस्बों में बाढ़ का पानी आने के कारण हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सेना के हेलीकॉप्टर और सेना के जवानों को भी राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है। कम से कम नौ जिलों में बाढ़ की स्थिति ज्यादा चिंताजनक है।