प्रदेश मध्य प्रदेश

इंजीनियर व डॉक्टर बनेंगे 40 छात्र, नीति आयोग भरेगा फीस

Students attend a class following COVID-19 protocols

गुना: सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को नीट-जेईई प्रवेश को लेकर निशुल्क कोचिंग की सुविधा शुरू की जा रही है। इस पर होने वाला सारा खर्च नीति आयोग उठाएगा। क्योंकि गुना आकांक्षी जिले में शामिल है। यही वजह है कि केंद्र सरकार ने यह सुविधा यहां शुरू की है।

शुक्रवार को कोचिंग में प्रवेश को लेकर एक टेस्ट लिया गया, जो छात्र-छात्रा इसमें सफल होंगे, वह नीट, जेईई जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा की तैयारी करेंगे। इस कोचिंग पर होने वाला सारा खर्च नीति आयोग उठाएगा। दो साल में 40 बच्चों पर 60 लाख रुपये खर्च किए जाने हैं। शहर के उत्कृष्ट विद्यालय में ही कोचिंग बाईजूस के माध्यम से ऑनलाइन दी जाएगी। शिक्षण संस्थान बाईजूस व आकाश इंस्टीट्यूट के सहयोग से आयोजित परीक्षा में 250 विद्यार्थी शामिल हुए, इसमें से 40 का योग्यता के आधार पर चयन किया जाना है। यह सभी विद्यार्थी शासकीय स्कूलों के हैं।

पूरी निगरानी होगी, अध्यापन सामग्री भी नि:शुल्क

कोचिंग के दौरान पूरी निगरानी रहेगी। हर बच्चे की स्थिति और उसने क्या तैयारी की है। इसे लेकर स्थानीय स्तर पर भी अधिकार देखेंगे। वहीं बाईजूस इन विद्यार्थियों को अध्यापन सामग्री भी उपलब्ध कराएगा। 2 साल की पूरी तैयारी का खर्च प्रति बच्चे 150 लाख रुपए लिया जाएगा। इस तरह 40 बच्चों पर 60 लाख रुपये का भुगतान बाईजूस को शासन करेगी।

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पढ़ाई के साथ होगी तैयारी

चयनित छात्रों को उत्कृष्ट विद्यालय में प्रवेश दिया जाएगा। सभी छात्र 10वीं के हैं। उन्हें अगली कक्षा में उत्कृष्ट विद्यालय में प्रवेश मिलेगा। वह दो साल तक इसी स्कूल में नियमित कक्षाएं अटेंड करेंगे। इसके बाद सुबह और शाम के समय नीट और जेईई की तैयारी करेंगे। कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए ने छात्र-छात्राओं को व्यवस्थित पढ़ाई हो, इसे लेकर उत्कृष्ट विद्यालय में बेहतर इंतजाम करने के लिए कहा है। कोचिंग के लिए प्रवेश परीक्षा के दौरान डीईओ चंद्रशेखर सिसौदिया, स्कूल प्राचार्य आसिफ खान भी मौजूद रहे।

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