सूरत : सूरत की रहने वाली 13 साल की बच्ची भाविका माहेश्वरी (Bhavika Maheshwari) इन दिनों चर्चा में हैं, क्योंकि उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए राजग की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के जीवन पर एक किताब लिखी है। कक्षा 8 की छात्रा भाविका एक मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं और उन्होंने दो किताबें लिखी हैं। भाविका ने बताया, "मैं दिल्ली में आयोजित भारतीय उत्कृष्टता पुरस्कार विजेता हूं। हम राष्ट्रपति भवन भी गए थे, उस समय केवल मुर्मू जी के नाम को एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया था। मेरे पिता ने उनके बारे में कुछ कहानियां सुनाईं, जिससे मुझे उनके बारे में और जानने की उत्सुकता हुई। हमने फिर दिल्ली के दरियागंज बाजार में उन पर कुछ किताबें खोजने की कोशिश की, लेकिन हमें वहां या इंटरनेट पर कुछ नहीं मिला। इसलिए, मैंने एक किताब लिखने के बारे में सोचा, ताकि मुझे पता है, वह और लोगों को भी पता चले। मैंने इंटरनेट से सारी जानकारी एकत्र की, जो मैं कर सकती थी, मेरे पिता ने भी उनके बारे में कुछ साक्षात्कार और समाचार खोजने में मेरी मदद की।"
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— Bhavika Maheshwari (@BhavikaMaheshw6) July 17, 2022
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'संघर्ष से शिखर तक' किताब 15 दिनों में पूरी करने वाली भाविका ने कहा, "मैंने उनके जीवन की घटनाओं और उनकी जीवन कहानी से जो सीखा, वह मैंने लिखा। उनका संघर्ष और यह तथ्य कि वह अपने पति और दो बच्चों के खोने के बावजूद इस मुकाम तक पहुंचीं। मैं उनसे मिलना चाहती हूं।" सूरत की भाविका रामकथा भी बांचती है और एक प्रेरक वक्ता के रूप में विभिन्न स्कूलों का दौरा करती है। उसने कहा, "हमने रामकथा से 52 लाख रुपये का चंदा इकट्ठा किया और राम मंदिर निर्माण के लिए पैसे दान किए।"
अपने लेखन, भाषण और अन्य गतिविधियों के साथ-साथ अपनी पढ़ाई का प्रबंधन करने वाली भाविका ने कहा, "मैं और मेरा छोटा भाई मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करते हैं, इसलिए हमारे पास पढ़ाई के बाद इतना समय है।" इससे पहले, उन्होंने एक किताब 'आज के बच्चे, कल के भविष्य' लिखी है, जिसे गुजरात के गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने लॉन्च किया था। भाविका के पिता सूरत में स्कूलों के एक समूह के मालिक हैं।
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