धर्मशाला: हिमाचल में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन (Himachal landslide) से कई घर तबाह हो रहे हैं। वर्षों की मेहनत से अपना घर बनाने वाले लोग अपने आशियाने को एक पल में उजड़ते देख भयभीत हैं। ऐसा ही नजारा कांगड़ा जिला के ज्वाली उपमंडल की नियांगल पंचायत में देखने को मिल रहा है। पिछले रविवार से हो रहे भूस्खलन (Himachal landslide) के कारण उक्त पंचायत में अब तक एक दर्जन से अधिक घर जमींदोज हो चुके हैं। लोगों को जान बचाने के लिए अपना घर छोड़कर स्कूल में बने राहत शिविर में शरण लेनी पड़ी।
पिछले रविवार को भूस्खलन (Himachal landslide) के कारण इस पंचायत में पांच घर नष्ट हो गये थे, जबकि सोमवार को 10 घर नष्ट हो गये। इतना ही नहीं मंगलवार की सुबह भी दो और मकान जमींदोज हो गये। अपने सामने गिरते मकानों को देखकर लोगों का दर्द भी बाहर आ रहा है। हालांकि प्रशासन और स्थानीय लोग इन लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, स्थिति बहुत ख़राब है।
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उधर, प्रशासन ने भूस्खलन (Himachal landslide) से प्रभावित सभी घरों को खाली करा लिया है और लोगों को पास के स्कूल में बनाए गए राहत शिविर में स्थानांतरित कर दिया है, जहां उनकी हर जरूरत का ख्याल रखा जा रहा है। एसडीएम जवाली महेंद्र प्रताप सहित अन्य अधिकारी और स्थानीय लोग प्रभावितों का दुख बांटने में लगे हुए हैं। प्रशासन द्वारा पूरी तरह से उजाड़े गये 10 मकान मालिकों को एक-एक लाख रुपये दिये गये हैं, जबकि 11 परिवारों को 10-10 हजार रुपये की तत्काल सहायता दी गयी है। इतना ही नहीं सरकार की ओर से प्रभावित परिवारों को पुनर्वास के लिए सरकारी जमीन उपलब्ध कराने का भी आश्वासन दिया गया है।
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